हजारों वर्षों से जंगलों और पहाड़ी इलाकों में रहने वाले आदिवासियों को हमेशा से दबाया और कुचला जाता रहा है जिससे उनकी जिन्दगी अभावग्रस्त ही रही है। इनका खुले मैदान के निवास...
आओ मिलकर करें प्रबुद्ध भारत का निर्माण शिक्षा ही एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो समाज को नई दिशा की ओर ले जाने का माध्यम है , हमारी कोयतुर समाज को अच्छी शिक्षा की व्यवस्था के लिए हमें छोटे-छोटे प्रयाशों की ओर ध्यान देना होगा। हम ऐसा प्रयास करें कि स्वयं समाज के सशक्त भविष्य के निर्माण में सब मिलकर नई ऊर्जा के साथ एक नई दिशा देने का कार्य करें। *इंस्टीट्यूट ऑफ़ कोयान दा विज़न* के माध्यम से आदिम समुदाय के बच्चों के बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है । ओर उसे ज्यादा बेहतर करने के लिए हमें अन्य क्षेत्रों में छोटे-छोटे गोटूल जैसी व्यवस्था का निर्माण करना होगा । इसी तरह के छोटे-छोटे प्रयास से हम यह कल्पना करते है कि इस तरह प्रयास किया जाए तो समाज को एक नई दिशा दे सकेंगे। जैसे कि सब मिलकर छोटे- छोटे संस्था का निर्माण का प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था बनाकर समाज मे नई शिक्षा व्यवस्था की कल्पना कर सकेंगे। आइये कोयान दा विज़न को सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक, रूप से सहयोग करें। ✍ एम.आर.तेकाम
गोंडवाना आंदोलन नेतृत्व क्षमता की कमी से बहुत बुरी तरह गुजर रहा है जो लोग नेतृत्व कर रहे हैं उनमें सामूहिक विसंगतियों की मार पड रही है? सेवाजोहार की दृष्टिकोण से भी गोन्डवाना आंदोलन विफल रहा है अहंकार नेतृत्व से गोंडवाना का अधिक समय से दोहन होते आ रहा है दूरगामी सोच से गोंडवाना आंदोलन बहुत दूर है। सफलता के लिए नैतिकता के आधार पर शुद्धता खड़ी करनी होगी इसके लिए हमें वैज्ञानिक वैचारिक मंच की आवश्यकता को समझनी चाहिए ? सेवाजोहार गोंडवाना समग्र क्रांति आंदोलन https://www.koyanthevission.online
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